वो शाम कुछ इतनी हसीन थी,
जब तुम लाये थे फूल मेरे लिए |
लाल गुलाबों का था वो गुलदस्ता,
चलता था ग़ज़लों का खूबसूरत सिलसिला |
हातों में लेकर हाथ मेरा,
थामा था बड़े प्यार से |
आँखों में सवाल कई थे तेरे,
होटों पर मुस्कान थी दबी दबी |
ना जाने क्यों आंखों में मेरी ख़ुशी भी थी,
गम का भी था साया |
जस्बातों के मेरे समझ कर,
तुमने अपने ख्वाबों को था दबाया |
शाम गुज़री, महफ़िल हुई मुकम्मल,
रात के सन्नाटे में, तारो के साये में,
चल पड़े थे हम दो अजनबी बन कर |
ना उसने कुछ कहा ना मैंने कुछ पुछा,
चले थे दो दिल खामोश ज़िन्दगी के रेल पर |
दिन वो आखरी था, शाम भी थी आखिरी,
हवा कुछ सर्द थी, फिर भी कुछ गर्मी सी थी |
आखिरी बार समेटा उसने मुझे अपनी बाँहों के घेरे में,
खामोश, बेख़ौफ़ सिमट गयी मैं उनकी गहराइयो में |
फिर मिले ये पल कभी पता नहीं,
दो राह को ज़िन्दगी कर चली थी हमारे |
ख्याल रखना तुम अपना, खुश रहना तुम सदा ,
दोनों के आँखे कहने लगी, दिल की अनकही सदा |
हम मिल ना सके इस जनम में गम नहीं,
पल तेरे संग बीते किसी ज़िन्दगी से कम नहीं |
Beautiful:)
LikeLike
😢💕
LikeLiked by 1 person
दिन वो आखरी था, शाम भी थी आखिरी,
हवा कुछ सर्द थी, फिर भी कुछ गर्मी सी थी |… bahut Khoob… Purana kuch yaadein tazi Ho Gayee
LikeLiked by 1 person
Thank u di.. Kya Aapki bhi yaade taza kar di Maine 😉 heheheh
LikeLiked by 1 person
Bilkul…
kuch dabe dabe se armaan…
kuch bhooli Hui kahaniyan,
Kuch kisse adhure se
Kuch hasratein
Kuch khwaab bikhre hue
Tune Aaj bhooli yaadon ko
Hawa Kya di
Mann ke taar jhanjhna uthe
Dil ke saare taane baane
Kuch Aisi bekhudi se gane lage
Aafreen, Aafreen
LikeLiked by 1 person
Wow.. splendid di..
LikeLiked by 1 person
Just doodling
LikeLiked by 1 person
खूबसूरत !
LikeLiked by 1 person
Thank u 😊
LikeLiked by 1 person
Always my pleasure 😊
LikeLiked by 1 person